
आणंद के मालाताज गांव के रहने वाले बाबूभाई उस वक्त बुरी तरह से डर गए जब रात को डेढ़ बजे उन्होंने अपनी चारपाई के नीचे मगरमच्छ को आराम फरमाते देखा। उन्होंने किसी तरह से वहां से बाहर निकलकर गांव वालों को इसकी सूचना दी। बाद में वन विभाग की मदद से मगरमच्छ का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
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